नई दिल्ली (संवाददाता)- क्रांतिकारी युवा संगठन(केवाईएस) ने स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग(एसओएल) में हो रहे लगातार पेपर लीक और परीक्षा केन्द्रों पर भारी संख्या में नक़ल की समस्या को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा । संगठन ने इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द सीबीआई जाँच की मांग की है।
ज्ञात हो की इस माह परीक्षाओं की शुरुआत से ही परीक्षा केन्द्रों पर नक़ल की घटनाये सामने आती रही है। इस माह 9 जून को बी.कॉम प्रथम वर्ष का पेपर परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले लीक हो गया। इसको संज्ञान में लेते हुए क्रांतिकारी युवा संगठन ने एसओएल के निदेशक सीएस दुबे को ज्ञापन भी सौपा था, परन्तु उनके द्वारा इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया जिसके कारण यही घटना एक बार फिर बी.ए(प्रोग्राम) प्रथम वर्ष के अंग्रेजी के परीक्षा के दौरान भी देखी गयी। इस समय तो अंग्रेजी का पेपर एक समाचार पत्र के पत्रकार के पास भीं आ गया।
ज्ञात हो की इन पेपर लीक की घटनाओं के अतिरिक्त लगभग सभी परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक की घटनाएं खुले तौर पर परीक्षा केन्द्रों पर देखी गयीं, जिसके बारे में मीडिया और विश्वविद्यालय प्रशासन अनभिज्ञ रहा|
निदेशक द्वारा लगातार कड़ी सुरक्षा की बात कहे जाने के बावजूद भी अभी तक नक़ल की इन घटनाओं को रोका नहीं गया है। यहाँ तक की बहुत से परीक्षा केन्द्रों में पैसा लेकर नकल करने की घटनाएँ भी सामने आई है। छात्रों से अलग अलग परीक्षा केन्द्रों पर 1000 से 4000 रुपये लेकर नक़ल करवाई गयी। पैसे देने वाले छात्रों को अलग रूम में ले जाकर नक़ल करवाई गयी जो बिना एसओएल प्रशासन और स्टाफ के मिलीभगत के संभव नहीं हो सकता है।
छात्रों ने यह भी बताया कि एक तो पहले से ही एसओएल और रेगुलर कॉलेज के बीच इतनी गैरबराबरी है उस पर नक़ल और पेपर लीक जैसी घटनाये एसओएल की डिग्री का स्तर और गिरा देंगी।
क्रांतिकारी युवा संगठन मानता है कि नक़ल की यह घटनाये पहली बार नहीं हो रही है। ऐसा पहले भी होता रहा है परन्तु प्रशासन द्वारा इस बात को लगातार छुपाया जाता रहा है। केवाईएस इस विषय को लेकर एसओएल प्रशासन को कई बार ज्ञापन दे चुका है। मगर प्रशासन लगातार इस की अनदेखी करता रहा है, जिससे यह पता चलता है कि प्रशासन और नक़ल गिरोह में गठजोड़ है। इन पेपर लीक के मामलों में अभी तक सिर्फ प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है और किसी को भी अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
ज्ञापन में केवाईएस ने जल्द से जल्द पेपर लीक और नक़ल गिरोह की सीबीआई द्वारा छानबीन कराने की मांग की है| संगठन ने साथ ही एसओएल प्रशासन और परीक्षा केन्द्रों में मौजूद नक़ल गिरोहों के बीच गठजोड़ की भी सीबीआई जाँच की मांग की है। एसओएल छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जल्द कारवाई न किये जाने पर भारी आन्दोलन की चेतावनी दी है।